श्रेय की राजनीति के चलते पालिका परिषद द्वारा पूर्व स्वीकृत कार्यो का प्रसार से जनता को दिग्भर्मित करने का प्रयास…..राशि

महासमुंद। पूर्व पालिका द्वारा स्वीकृत कार्यो को वर्तमान पालिका परिषद द्वारा स्वीकृति का अनर्गल प्रसार कर जनता को दिग्भर्मित कर विकास कार्यों का श्रेय लेने की बात कही जा रहा जो अत्यंत निंदनीय कार्य है… जबकि पूर्व परिषद के समय केअनेक विकास कार्यो की स्वीकृति का प्रमाण शासकीय अभिलेखों में आज भी दर्ज है उक्त बातें प्रेस विज्ञप्ति में पूर्व पालिकाध्यक्ष श्रीमति राशि त्रिभुवन महिलांग ने कही l
पूर्व पालिकाध्यक्ष श्रीमती महिलांग ने वर्तमान पालिका परिषद द्वारा….शहर के विभिन्न मार्गों में प्रकाश व्यवस्था को अधिक मजबूत बनाने के लिए ट्यूबलर पोल से मार्ग सौदर्यीकरण की बात प्रचारित की जा रही वर्तमान पालिका परिषद जिन मार्गो में उक्त ट्यूबलर पोल की मंजूरी की बाते प्रचारित कर रही है उन कार्यो की स्वीकृति व निविदा तो पूर्व कार्यकाल परिषद द्वारा स्वीकृत की जा चुकी है l पूर्व पालिकाध्यक्ष ने कहा कि नगर का मुख्य चौक….से गुरुद्वारा मार्ग लोहिया चौक से ..पिटियाझर नाला तक व पिटियाझर पानी टंकी से.. रविदास भवन तक तुमगांव ओवरब्रिज से उत्तम फ्यूल तक व गुलशन चौक से राम वाटिका …तक के कार्य तो पूर्व पालिका परिषद द्वारा स्वीकृत किया चुका है कुछ एक कार्य नगरीय निकाय चुनाव के आर्दश आचार संहिता के चलते बैठक संपन्न नही हो पाई थी शेष सभी कार्यो के क्रियान्वयन की निविदा पूर्व परिषद द्वारा जारी हो चुकी थी l जिसे वर्तमान पालिका परिषद स्वयं के कार्यकाल की उपलब्धि बताकर प्रसार कर रही है l जो अत्यंत हास्यासपद व निंदनीय है l
पूर्व पालिकाध्यक्ष ने आगे कहा कि वर्तमान परिषद सर्वप्रथम यह बताए कि उनके कार्यभार ग्रहण के बाद राज्य शासन से किन किन विकास कार्यो के लिए कितने रुपयों का आबंटन पालिका को प्राप्त हुआ है .. व किन किन विकास कार्यो के लिए में कितनी राशि पालिका को खाते में
राज्य शासन ने समाहित की l
पूर्व पालिकाध्यक्ष ने आगे कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में संपूर्ण प्रदेश में नगरीय निकाय क्षेत्रो में विकास कार्यो के क्रियांवयन को लेकर राज्य शासन द्वारा रुपयों की कमी का विधवा आलाप सर्वविदित है दूसरी ओर वर्तमान परिषद पूर्व के ही कार्यो का श्रेय लेकर अपनी नाक बचाने में जुटी है l जो अत्यंत निंदनीय कार्य है l
श्रीमती महिलांग ने वर्तमान परिषद को साहस जुटाकर बिना भेदभाव किए नगर के जनमानस को यह बताए कि कितने विकास कार्य पूर्व परिषद के समय के द्वारा स्वीकृत है कितने कार्यो की निविदा जारी हो चुकी है और व वर्तमान परिषद द्वारा कितने विकास कार्यो का प्रस्ताव शासन को भेजा… कितने कार्य स्वीकृत हुए और कितनी राशि शासन से आबंटन पश्चात किन कार्यो की निविदा का कार्य संपन्न हुआ है l

                   





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