महासमुंद। पूर्व पंचायत मंत्री अमितेश शुक्ल के बयानों का अनर्गल प्रचार मात्र पूर्व भाजपा सांसद सहित भाजपा के अनेक नेताओं के आगामी पंचायत चुनाव का मूल एजेंडा है l श्री शुक्ल के बयान को तोड़ मरोड़ कर जनमानस में प्रचारित करना व जनमानस के बीच उनके परम्परागत किसान हितैषी नेता की छवि को धूमिल करने के प्रयास निंदनीय है l उक्त बातें पूर्व जिला कांग्रेस प्रवक्ता नीरज परोहा ने विज्ञप्ति में कही l
पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि…श्री शुक्ल ने फिंगेश्वर विश्राम गृह में पत्रकार वार्ता में कहा था कि…सिकासेर बांध के व्यर्थ बहने वाले पानी का उपयोग राजिम विधानसभा के उन क्षेत्रो में सर्वप्रथम उपयोग करना चाहिए जहाँ बांध का पानी खेतो तक नही पहुँचता है l अविभाजित प्रदेश के सिंचाई प्रणेता पूर्व मुख्यमंत्री स्व श्यामाचरण शुक्ल द्वारा सिकासेर बांध का निर्माण का मूल उद्देश्य ही गरियाबंद राजिम के सम्पूर्ण क्षेत्रो को सिंचित करना है तकनीकी कारणों से कुछ क्षेत्रों में आज भी बांध का पानी खेतो तक नही पहुँच पाता व व्यर्थ बह जाता है l नई तकनीक से पूर्व पंचायत मंत्री श्री शुक्ल ने असिंचित क्षेत्रो तक व्यर्थ बहते पानी को ले जाने हेतु कार्य योजना निर्माण के लिए संघर्ष करने की बात कही लेकिन पूर्व भाजपा सांसद व नेताओ ने आगामी पंचायत चुनाव में लाभ के उद्देश्य से श्री शुक्ल के बयानों के मूल अंशो को हटाकर किसान व महासमुन्द क्षेत्र विरोधी प्रचार कर रहे हैl
पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि पिछले पांच वर्षों से श्री साहू सत्तारुढ़ भाजपा के सांसद के रूप में लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया l महासमुन्द लोकसभा कितने सिचाई परियोजनाओं के लिए मंजूरी दिलाई व कितने निर्माणाधीन लंबित सिचाई परियोजनाओं को केंद्रीय वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र दिलाया l अपने संसदीय कार्यकाल में समस्याओं को संज्ञान में आने पर केवल संबंधित विभाग से पत्राचार ही करना उनके कार्यकाल की उपलब्धियां व कार्य शैली रही है l आज वर्तमान तक समस्याओ के लिए उनके लिखे पत्रों से भी क्षेत्र के समस्याओ का निराकरण नही हो पाया जो पूर्व सांसद के लिए विचार मंथन का विषय है l
पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि…पूर्व सांसद श्री साहू पहले जनमानस को यह बताए कि विधायक के रूप में रहते हुए भी खल्लारी क्षेत्र में कोमा ,कसीबाहरा ,व धरमपुर जलाशय आज तक अपूर्ण की स्थिति में क्यो है??? प्रदेश की सरकार के सत्तारूढ़ विधायक होते हुए भी उक्त जलाशयों शेष कार्य क्यो नही हो पाया जबकि राज्य गठन उपरांत श्री शुक्ल ने जिले के प्रथम प्रभारी मंत्री के रूप में निसदा बैराज जैसे बड़े महत्वपूर्ण जलाशय के निर्माण को मंजूरी दिलाई जिसका लाभ रायपुर व बलौदाबाजार जिले के किसानों को मिल रहा है l
पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि पूर्व भाजपा सांसद व भाजपा नेता पहले मंथन करे कि लगातार तीसरी बार केंद्र में उनके दल व राज्य सरकार के 1 वर्ष के गठन के क्षेत्र के कितने सिचाई परियोजनाओं को मंजूरी दिलाई जबकि श्री शुक्ल व उनके परिवार ने रविशंकर शुक्ल जलाशय ,शहीद वीर नारायण सिंह जलाशय ,बरगी बांध, जैसे अनेक बड़े व छोटे जलाशयों का निर्माण कर क्षेत्र व अविभाजित प्रदेश में हरित क्रांति लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया l
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