महासमुन्द । भाजपा नेता प्रेम चन्द्राकर ने कहा हैं कि डेम से डेम जोड़ने वाली प्रदेश की पहली सिंचाई परियोजना सिकासेर बांध से कोडार डेम में पानी लाने के लिये लिडार सर्वे का काम प्रारंभ हुआ ही है कि कांग्रेस के पूर्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अमितेश शुक्ल ने इस पिरयोजना का विरोध कर दिया है । उन्होने कहा है कि सिकासेर बांध का पानी राजिम क्षेत्र के किसानों के लिये है, इसे दूसरे जिले में ले जाना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । इस योजना को बंद नहीं किया तो हम इसे रोकने के लिये हर संभव आंदोलन करेंगे । कांग्रेस का सोंच ही रहा है कि एक दूसरे को लड़ाओं एवं राजनिति करों, उन्हें जन विकास, किसान समृद्धि से कोई सरकोकार नहीं है । बयान देने से पहलें इस परियोजना के बारे में जानकारी ले लेना चाहिये था । पहले मूल प्रस्ताव को जान लें कि महासमुन्द जिले को सिकासेर बांध से नहीं बल्कि बरसात के समय उसके उलट के पानी जो व्यर्थ में बह जाता है उसे ही कनाल (नहर) के माध्यम से इस परियोजना के द्वारा छुरा, महासमुन्द, बागबाहरा, ब्लाक पानी लाने के लिये है । उनके किसान विरोधी मानसिकता से स्पष्ट है कि कांग्रेस ने कभी भी नहीं चाहा कि देश के किसान उन्नती करे समृद्धशाली बने । कांग्रेसी उनके इस बयान के लिये राज्य के किसानों से मांफी मांगे । इस परियोजना में कांग्रेसी बाधा डालने की जरा भी कोशिस करेंगे तो भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा छ.ग. द्वारा किसान विरोधी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे एवं गांव गांव जाकर कांग्रेस के चाल चरित्र एवं किसान विरोधी सोंच को उजागर करेंगे ।