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सरायपाली। भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात के लिए महासमुंद जिले के सरायपाली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बलौदा पहुंचे। जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा यहां उनका आत्मीय स्वागत किया गया। स्थानीय जनों ने सूत की माला पहनाकर उनका स्वागत किया। हेलीपैड पर स्कूली बच्चों को देखकर मुख्यमंत्री उनके पास गए और बच्चों से बात कर उनके स्कूल और वहां की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नवनिर्मित बलौदा थाना के लोकार्पण के लिए पहुंचे। थाना बलौदा में छतीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना कर उन्होंने रोजनामचा भी दर्ज किया। मुख्यमंत्री ने 1.97 करोड़ की लागत से बने सर्वसुविधायुक्त नवनिर्मित थाने के लोकार्पण के पश्चात थाना परिसर में कदम्ब का पौधा भी लगाया। इस दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, बसना विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह, सरायपाली विधायक किस्मतलाल नंद, महासमुंद विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर भी उपस्थित हैं। भेंट मुलाकात कार्यक्रम: ग्राम भंवरपुर में
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम भंवरपुर निवासी आदिवासी किसान उद्ल सिंह पोर्ते के घर फुलकांस की थाली में बड़ी ही सादगी के साथ छत्तीसगढ़ी पारंपरिक भोजन का लिया स्वाद*
मुख्यमंत्री ने किसान श्री पोर्ते के घर के बाड़ी से निकले सुनसुनिया, करेला,तिवरा और मुनगा भाजी का बड़े चाव से लिया आनंद
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जिमीकांदा, गारे वाला कड़ही,तिवरा दाल,रहर दाल,बिजौरी,सील बट्टे से पीसी टमाटर चटनी का भी लिया स्वाद
*मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्राम भंवरपुर निवासी आदिवासी किसान श्री उद्ल सिंह पोर्ते के घर फुलकांस की थाली में बड़ी ही सादगी के साथ छत्तीसगढ़ी पारंपरिक भोजन का लिया स्वाद। *सरायपाली के शिशुपाल पहाड़ को मिलेगी नई पहचान: पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा*
भेंट मुलाक़ात में पहुँचे मुख्यमंत्री श्री बघेल ने दी सौग़ात, अब बढ़ेंगी सुविधाएँ
मुख्यमंत्री श्री बघेल की एक मंज़ूरी से जल्द ही सरायपाली को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान मिलने वाली है। आज सरायपाली वासियों से भेंट मुलाक़ात करने पहुँचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शिशुपाल पर्वत को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने की घोषणा की। उनके घोषणा करते ही उपस्थित स्थानीय ज़नो ने ज़ोरदार तालियाँ बजाकर मुख्यमंत्री का आभार जताया। अब इस पहाड़ पर ट्रैकिंग, पर्यटकों के लिए कई मूल भूत सुविधाओं को स्थापित करने का रास्ता खुल गया है। अंग्रेजो के जमाने से इलाक़े की पहचान रहे इस पहाड़ को पर्यटन के लिए विकसित करने से सरायपाली को नई पहचान मिलेगी। छतीसगढ़ में पर्यटन से स्थानीय स्तर पर रोज़गार को बढ़ावा देने की नीति से यहाँ के युवाओं के लिए आमदनी के नए अवसर बनेंगे। राज्य ही नहीं दूसरे प्रदेशों से भी पर्यटकों के आने से स्थानीय लोगों को भी अपनी संस्कृति और रीति-रिवाजों से लोगों को अवगत कराने का मौक़ा मिलेगा।
अभी भी सरायपाली का शिशुपाल पर्वत ट्रैकिंग का नया प्वाइंट बना हुआ है। शनिवार और रविवार को यहां पर्यटकों की सबसे ज्यादा भीड़ होती है। बताया जाता है कि इसी पहाड़ के ऊपर किसी समय राजा शिशुपाल का महल हुआ करता था। जब राजा को अंग्रेजो ने घेर लिया तब राजा ने अपने घोड़े की आंख पर पट्टी बांधकर पहाड़ से छलांग लगा दी थी। इसी कारण इस पहाड़ को शिशुपाल पर्वत और यहां के झरने को घोड़ाधार जलप्रपात कहा जाता है। ये राजधानी रायपुर से करीब 157 किमी की दूरी पर और सरायपाली से 30 किमी की दूरी पर स्थित पर्यटन स्थल शिशुपाल पर्वत स्थित है। समुद्र तल से शिशुपाल पर्वत की ऊंचाई करीब 900 फीट है। शिशुपाल पर्वत के ऊपर पहुंचने पर बड़ा सा मैदान है, जहां से बारिश के दिनों में पानी घोड़ाधार जलप्रपात के रूप में करीब 1100 फीट नीचे गिरता है। एकHCM की बड़ी घोषणाएँ : भंवरपुर ब्लॉक बसना*
- ग्राम पंचायत भंवरपुर को नगर पंचायत बनाया जायेगा।
- भंवरपुर को उप तहसील बनाया जायेगा।
- मंदरपुर में किसी राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखा खोलने की प्रक्रिया चलव
- पुलिस चौकी भंवरपुर का थाने में उन्नयन किया जायेगा।
- भंवरपुर में कॉलेज की स्थापना की जायेगी।
- भंवरपुर में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश माध्यम विद्यालय खोला जायेगा।
- भंवरपुर में ओपन जिम खोला जायेगा।
- भंवरपुर से सरायपाली तक सड़क निर्माण को तेज गति से पूरा किया